आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा हुए राज्यसभा से निलंबित, सभापति धनखड़ का बड़ा एक्शन।

आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा हुए राज्यसभा से निलंबित, सभापति धनखड़ का बड़ा एक्शन।: आम आदमी पार्टी के चाहते सांसद राघव चंद्रा को शुक्रवार के दिन राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है। यह फैसला उनके खिलाफ हो रहे जांच के रिपोर्ट आने तक लागू रहेगा। राघव चड्ढा को निलंबन करने का प्रस्ताव पीयूष गोयल द्वारा पेश किया गया था जिसमें उन्होंने कहा कि राघव चड्ढा की कार्रवाई अनैतिक थी। पीयूष गोयल ने राघव चड्ढा पर विशेषाधिकारी हनन का आरोप लगाया है और कहां है कि चड्ढा का आचरण अप्रत्याशित और संसद सदस्य के लिए अशोभनीय है।

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राघव चड्ढा पर क्या है आरोप।

राघव चड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने राज्यसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार विधेयक को प्रेरित करने की प्रक्रिया के दौरान पावर समिति के गठन का प्रस्ताव दिया है। इस समिति के लिए चार संसदो नरहरि अमीन, एम थंबीदुरई, के नाम बिना उनकी अनुमति के शामिल किया गया है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने 9 अगस्त बुधवार को इन सांसदों के शिकायत को विशेष अधिकारी समिति के पास भेज दिया है। इसमें आरोप लगाया है कि चड्ढा ने नियमों का उल्लंघन करते हुए उनके बिना परमिशन का सदन की प्रवर समिति में उनका नाम शामिल करने का प्रस्ताव किया।

राघव चड्ढा ने इस प्रकार किया बचाव।

राघव चड्ढा ने इन सभी आरोपी को खंडन किया है। चड्ढा ने कहा कि संसद किसी भी समिति के गठन के लिए नाम का प्रस्ताव कर सकता है। जिस व्यक्ति का नाम प्रस्तावित है, उसके ना तो सिग्नेचर और ना ही लिखित सहमति की जरूरत है। इन्होंने कहा कि मान लीजिए मैंने जन्मदिन की पार्टी आयोजित की है और इसमें मैंने 10 लोगों को आमंत्रित किया है। इनमें से 8 लोग आते हैं और 2 लोग मेरे निमंत्रण को स्वीकार नहीं करते हैं। इसके बजाय वह मुझ पर आरोप लगाते हैं कि आपने हमें अपने जन्मदिन पर आमंत्रित करने की हिम्मत कैसे की? यही हुआ। मैंने उन्हें बस समिति का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया है।

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