आलू का होलसेल बिज़नेस कैसे करे?

आलू का होलसेल बिज़नेस कैसे करे?: मैं इंडिया में हर घर में सब्जी बनती है पर हफ्ते में अगर सब्जी में दो तीन बार भी आलू ना रहे। फिर सब्जी का है कि अब आलू एक ऐसी चीज है जो साल के 12 महीने तक हमारे घरों में रिक्वायर्ड रहती है। जरूरत रहती है तो इस फील्ड में उतरकर क्यों ना एक होलसेल बिजनस किया जाए और अच्छा खासा प्रॉफिट कमाया जाए। आज के इस लेख में हम पांच ऐसे प्वाइंट्स पर बात करने वाले हैं जिनको फॉलो करके आप आलू का होलसेल बिजनेस शुरू कर सकते हैं। बहुत ही आसानी से तो लेख को लास्ट तक जरूर पढियेगा। 

आलू का होलसेल बिज़नेस में जगह।

सबसे पहले तो आपको मार्केट के अंदर एक शॉप चाहिए। आप यह सब्जी मंडी के अंदर भी अगर आपको मिलती है शॉप तो आप ले सकते हैं वरना आप अपने लोकल मार्केट में भी कहीं पर ले सकते हैं। पर एक चीज का आपको ध्यान रखना पड़ेगा। सिर्फ शॉप ही से आपका काम नहीं चल जाएगा। इसके अलावा आपको एक अलग गोडाउन बनवाना पड़ेगा, जिसे हम स्टोरेज बोल सकते हैं और अगर आप कोल्ड स्टोरेज बनवाने की क्षमता रखते हैं फिर यह ज्यादा बेहतर रहेगा।

क्योंकि कोल्ड स्टोरेज एक ऐसी जगह हो जाएगी जहां आप महीनों तक आलू को आसानी से रख सकते हैं और उसमें आपका एक भी आलू ऐसा नहीं होगा जो सड़े का या बेकार होगा। वहीं अगर हम बात करें नॉर्मल गोडाउन में अगर आप उसे रखते हैं तो आलू के सड़ने के चांसेस हो जाते हैं तो यहां पर आपको एक शॉप देखनी पड़ेगी। प्लस आपको एक गोडाउन बनवाना पड़ेगा जहां आप कोल्ड स्टोरेज बनाएंगे या फिर पंखा आपको लगाना पड़ेगा। अगर आप कोल्ड स्टोरेज नहीं बनाते हैं। 

आलू का होलसेल बिज़नेस में लाइसेंस।

अब क्या आलू के बिजनेस को करने के लिए हमें किसी भी टाइप के लाइसेंस की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि यहां पर आप एक होलसेल का काम करने जा रहे हैं। मतलब आपका जो काम है वह थोड़ा सा बड़े लेवल पर रहने वाला है तो आपके लिए बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है कि आपके पास एक जीएसटी नंबर मौजूद हो आपके बिजनेस के नाम से और आपका जो बिजनेस होगा आप उसको रजिस्टर जरूर करवा लेना।

क्योंकि आगे जाकर अगर आप कि जो शॉप है वह अच्छे तरीके से आपका जो बिजनेस है वह अच्छे तरीके से चलना शुरू हो जाता है तो आपके बिजनेस के नाम से कोई और सेम बिजनेस ना शुरू कर सके। उससे बचने के लिए आपको शॉप को रजिस्टर करवा लेना होगा। बिजनेस को अपने रजिस्टर करवा लेना होगा। प्लस यहां जीएसटी जरूर ले लीजिएगा। यह बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण चीज हो जाती है आपके लिए। अब अगर अभी तक आपने इतना काम कर लिया है तो अगला काम आपके पास आता है कि आपको आलू खरीदना पड़ेगा। 

आलू का होलसेल बिज़नेस में आलू कहा से ख़रीदे।

तो आप यह देखिए कि अभी जो महीना चल रहा है, इस महीने में किस राज्य में सबसे ज्यादा आलू का उत्पादन किया जा रहा है। या फिर अगर हम नॉर्मली बात कर लें कि सबसे ज्यादा पूरे भारत में आलू का उत्पादन कहां किया जाता है तो आपका हरियाणा हो गया, पंजाब हो गया, गुजरात हो गया, राजस्थान हो गया और कुछ एरिया उत्तर प्रदेश और बिहार के भी ऐसे हैं जहां आलू का उत्पादन किया जाता है।

तो आपको सबसे पहले तो इन राज्यों में जो किसान हैं उनसे कांटेक्ट करना पड़ेगा और कम से कम कीमत में उनसे माल को खरीदकर अपने कोल्ड स्टोरेज में या फिर स्टोरेज में लगाना पड़ेगा जिसको आप धीरे धीरे आगे सप्लाई कर सकेंगे पूरे साल भर। 

आलू का होलसेल बिज़नेस में आलू कहाँ बेचे। 

यहां पर सबसे पहला काम आपको यह करना है कि आपके एरिया में जितने भी सब्जी बेचने वाले रिटेलर हैं उनसे कांटेक्ट करना है और उनको बोलना है कि अगर आपको आलू लेना है तो आप मेरे पास से लीजिए मैं आपको कम कीमत में दूंगा, सही रेट पर दूंगा। मार्केट का जो रेट है उससे कुछ कम भाव मैं दूंगा। अगर आपको वहां प्रॉफिट मिल रहा है तो आप उनसे कांटेक्ट कर लीजिए और उनको आलू सप्लाई करते रहिए।

यहां पर आपके पहले कस्टमर बनेंगे। दूसरे कस्टमर आपको यह बनाना होगा कि आपके एरिया में जितने होटल वाले हैं, जितने बड़े बड़े होटल्स हैं, फाइव स्टार होटल है उन होटल वालों से कांटेक्ट करना है और उनको जितने जितने आलू की रिक्वायरमेंट होगी उन सबका कांटेक्ट नंबर ले लेना है और यह कह देना है कि हम डिलीवर कर दिया करेंगे आपके होटल तक। यहां पर आपको डिलीवर करने के लिए एक छोटी गाड़ी रखनी पड़ेगी या फिर आप बंदे रख सकते हैं तो वह लोग आपका काम कर दिया करेंगे। अगर आपके शहर भर में ही सप्लाई होना है और आप उनसे कांटेक्ट कर लेंगे तो वह सही कीमत पर आपसे आलू ले लिया करेंगे।

इसके अलावा जो आपके एरिया भर में रोड साइड ढाबे होते हैं उन ढाबे वालों से कांटेक्ट कर लेना है और उनको आलू की रिक्वायरमेंट जितनी होगी उतनी आप उनके पास तक सप्लाई करेंगे। तो आपको इस तरीके से अपना कस्टमर बेस एक बार बना लेना है और उसके बाद आप अपने बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। फिर आपको धीरे धीरे उत्पाद मंगवाते रहना है और आगे सप्लाई करते रहना है। बीच का प्रॉफिट आपको मिलता रहेगा। 

आलू का होलसेल बिज़नेस में इन्वेस्टमेंट और अर्निंग।

तो इन्वेस्टमेंट यहां पर अगर आप बिना कोल्ड स्टोरेज के शुरू करते हैं सिर्फ एक गोडाउन से शुरू करते हो तो यहां पर आपका इन्वेस्टमेंट कुछ खास नहीं आएगा। आप एक से डेढ़ लाख ₹2 लाख तक में शुरू कर सकते हो। बट यहां अगर हम बात करें आप अपना कोल्ड स्टोरेज बनवाते हैं तो 4 से 5 लाख रुपए समथिंग कोल्ड स्टोरेज बनाने में लगेगा। उसी हिसाब से अगर हम बात कर लें तो आप बिजनेस शुरू करने में 5 से 7 लाख रुपए इन्वेस्ट करोगे।

यह फिर बिजनेस ऐसा होगा जिसमें रिस्क बिल्कुल जीरो लगभग हो जाएगा। क्योंकि यहां पर आपके जो आलू है उसके सड़ने के चांसेस बिल्कुल खत्म हो जाएंगे क्योंकि कोल्ड स्टोरेज में आलू सड़ते नहीं हैं। नॉर्मल स्टोर की बात करें तो उसमें बहुत सारे आलू सड़ जाते हैं जिस वजह से हमें लॉस के चांसेस रहते हैं। इसलिए अगर हम अर्निंग की बात करें तो आप 30 से 40 परसेंट तक के आगे कर सकते हो। यह मानकर रख लीजिए कि अगर आपने ₹1 लाख का आलू मंगवाया है और उसे आगे सप्लाई करना है तो आप उसमें 30000 से 40000 रुपए तक कमा सकते हो।

FAQ:

आलू का होलसेल बिजनेस शुरू करने में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?

आलू का होलसेल बिजनेस शुरू करने में आपको 200000 तक का इन्वेस्टमेंट लगता है।

आलू का होलसेल बिजनेस करके कितना कमा सकते हैं?

आलू का होलसेल बिजनेस शुरू करके आप 30000 से 40000 कमा सकते हैं।

आलू का होलसेल बिजनेस शुरू करने में कितना एरिया की जरूरत होती है?

आलू का होलसेल बिजनेस शुरू करने में आपको 1500 से लेकर 2000 स्क्वायर फीट एरिया की जरूरत पड़ेगी।

निष्कर्ष:

तो दोस्तों ऊपर दिए गए लिंक के द्वारा हमने आपको बताया कि आलू का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें? दोस्तों आलू एक ऐसी सब्जी है जिसका इस्तेमाल भारत मैं अधिकतर पूरे घर में किया जाता है साथ ही आलू का सेवन लोग सप्ताह में दो से तीन बार जरूर करते हैं। दोस्तों इस बिजनेस का डिमांड इतना अधिक है कि आपको कभी भी इसमें घाटा नहीं होगा। अगर आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसके बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते हैं।

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