चावल के बाद दाल और गेहूं की बढ़ती कीमतों के कारण सरकार ने उठाया कदम।: चावल के एक्सपोर्ट पर रोक लगाने के बाद अब सरकार गेहूं और दालों की बढ़ती कीमतों को देखकर इस पर रोक लगाने का विचार कर सकती है। इस मामले से जुड़ी एक ऑफिसर ने इस खबर के बारे में जानकारी दी है। कीमतों को काबू में लाने के लिए पहले से ही कुछ उपाय मौजूद है।
सरकार ने पिछले साल मई में गेहू को एक्सपोर्ट करने पर प्रतिबंध लगाया था जिसे अभी तक उन्होंने नहीं हटाया है। दालों के लिए उड़द और तुअर पर 10% कस्टम ड्यूटी को वित्त वर्ष 2023-24 के आखरी तक जीरो रखा है।
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भारतीय खाद्य निगम के अध्यक्ष अशोक मीणा ने पिछले महीने कहा था कि गेहूं की रिटेल कीमतें बढ़ने के साथ जरूरत पड़ने पर सरकार गेहूं पर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने के लिए सोच सकती है। फिलहाल गेहूं 40 फ़ीसदी इंपोर्ट ड्यूटी लगा हुआ है।
भारत में पिछले कुछ महीनों से सभी चीजों की कीमतें पर काफी बदलाव देखा गया है और उनकी कीमत बहुत अधिक हो गई है जैसे गेहूं, चावल, सब्जी और दाल आदि। आपको बता दें कि मई महीने में फुल इन्फ्लेशन 2.96 प्रतिशत था जो कि जून महीने में बढ़कर 4.49 प्रतिशत हो गया, जिसके कारण पिछले महीने का रिटेल इन्फ्लेशन मई के 4.31 प्रतिशत से बढ़कर 4.81 प्रतिशत हो गया है। भारत में कुछ दिनों से सारी चीजों का दाम बहुत बढ़ गया है जिसके कारण हम लोगों को बहुत तकलीफ हो रही है।
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