Diabetes रोग के लिए गिलोय है अमृत, चाय और रस से ब्लड शुगर रहेगा कोसों दूर।: शुगर बदलते लाइफस्टाइल से होने वाली एक ऐसी बीमारी है जो पूरी जिंदगी साथ रहती है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है। वरना इसकी वजह से कई और बीमारियों का खतरा अधिक हो जाता है। शुगर को कंट्रोल करने के लिए ना ही सिर्फ दवाइयां काफी है बल्कि डाइट पर भी पूरा ध्यान देना होता है।
ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए गिलोय का इस्तेमाल कर सकते हैं। गिलोय किसी दवा से कम नहीं है, करोना काल में इसकी डिमांड बहुत ज्यादा हो गई थी इससे इम्यूनिटी मजबूत होती है। गिलोय की पत्तियों का रस और इसकी जाए हमारे सेहत के लिए बहुत आवश्यक और फायदेमंदमानी जाती है। WHO के अनुसार दुनिया भर में हर साल तकरीबन 16 लाख लोगों की इसके कारण मौत होती है। ऐसे में एक अच्छा संतुलित आहार और जीवनशैली अपनाकर ब्लड शुगर पर नियंत्रित किया जा सकता है।
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गिलोय के सेवन से डायबिटीज होगा हमेशा के लिए खत्म।
आयुर्वेदिक में गिलोय को मधुनाशिनी नाम से जाना जाता है इसका मतलब होता है ‘चीनी को नष्ट करने वाली’। इसलिए जब शुगर से पीड़ित मशीन किसके चाय को पीते हैं तो यह इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। यह दोनों प्रकार के शुगर यानी फास्टिंग और नॉनफास्टिंग में मददगार है।
गिलोय को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है क्योंकि इसमें आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम और जींस जैसे कई मिनरल्स मौजूद है। डायबिटीज होने के बाद लिवर और किडनी की समस्या बड़ी तेजी से बढ़ने लगती है ऐसे में गिलोय डायबिटीज की जटिलतायों जैसे किडनी और अल्सर की समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है।
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