फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिज़नेस कैसे शुरू करें?: भारत ही नहीं पूरे वर्ल्ड में सिमेंट की बनी ब्रिक्स का प्रचलन धीरे धीरे बढ़ रहा है और फ्लाई ऐश ब्रिक्स को ही। दोस्तों हम सिमेंट ब्रिक्स के नाम से भी जानते हैं तो इसका कारण सिमेंट की जो ईंट रहती उनके फायदों से होता है। दोस्तों सिमेंट की ईंट से मकान बनाने में खर्च कम आता है। दीवार के दोनों तरफ फिनिशिंग अच्छी हो जाती है और मकान में नमी की भी परेशानी दूर हो जाती है। इतने सारे लाभों के कारण आज सिमेंट की ब्रिक्स का बहुत ज्यादा डिमांड है।
आज के लेख में आप को फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस के बारे में एटूजेड पूरी जानकारी देने वाले हैं। आप अंत तक हमारे साथ बने रहे। इसफ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस के लेख में आप को क्या क्या कवर करेंगे। सबसे पहले इसके बारे में बता देते हैं। दोस्तों इस फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में आपको बताएंगे क्या रॉ मटेरियल लगेगा, क्या मशीन लगेगी, क्या यूटिलिटीज लगेगी, फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस की टोटल लागत कितनी होगी?
बिजनेस में टोटल कमाई कितनी होगी? फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस के लिए रॉ मटेरियल मशीन कहां से खरीदें। साथ ही एक बार आपका फ्लाई ऐश ब्रिक्स बन गया, उनको कहां पर बेचे। तो इस तरीके से हम आपको इस बिजनेस की पूरी जानकारी देने वाले हैं।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में क्या रॉ मटेरियल लगेगा।
दोस्तो इस बिजनेस में सबसे ज्यादा जिस रॉ मटेरियल की जरूरत पड़ेगी उसको हम अपनी भाषा में कह सकते राक या फ्लाई ऐश कह सकते हैं जो कि राक जो कोयले से चलते हैं बिजली के प्लांट वहां से यह आपको आसानी के साथ मिल जाएगी। दूसरे रॉ मटेरियल जैसे जिप्सम है, लाई में, सैंड रेत है, पानी है।
यह आसानी के साथ आपको लोकल मार्केट या फिर इंडियामार्ट की वेबसाइट से मिल जाते हैं। मेन चीज जो रॉ मटेरियल है, वह फ्लाई ऐश है, जो कि कोयले से चलने वाले बिजली के प्लांट होते हैं, पावर प्लांट होते हैं, वहां पर आपको आसानी के साथ 2 से 3 रुपए प्रति केजी में मिल जाती है या फिर इससे कम ज्यादा हो सकता है।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में मशीन कौन सी लगेगी?
दोस्तों यह आप पर निर्भर करता है कि आप इस बिजनेस को किस लेवल पर स्टार्ट करना चाहते हैं। कुछ मैनुअल मशीन भी आती है अलग अलग कुछ सेमी ऑटोमेटिक मशीन आती कुछ फुली ऑटोमेटिक मशीन आती है तो अगर आप फुली ऑटोमेटिक मशीन लेते तो अच्छी बात है फुली ऑटोमेटिक मशीन लेना पड़ेगा। एक पेन मिक्सर लेना पड़ेगा जो जितने भी रॉ मटेरियल हमने बताए हैं उनको मिक्स करने के लिए, एक बेल्ट कन्वेयर भी लग सकता है। एक स्थान से दूसरे स्थान तक ईट को पहुंचाने के लिए कुछ इलेक्ट्रिकल, फिटिंग, लाइटिंग यह भी आपको लेने पड़ेंगे।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में यूटिलिटीज क्या क्या लगेगी।
तो पहली यूटिलिटी आपको जो लगने वाली है वह है जगह। तो आप कितने में भंडारण करेंगे? रॉ रखने के लिए कितनी जगह लगेगी? मशीन रखने के लिए कितनी जगह लगेगी। साथ में आपकी बनी हुई है। उनको रखने के लिए कितनी जगह लगी, इस पर आपको जगह का चुनाव करना है।
पावर कनेक्शन वही मशीन आप कौन से ले रहे हैं। मशीन कितनी हॉर्स पावर की, उस हिसाब से आपको पावर कनेक्शन लेना पड़ेगा। वॉटर कनेक्शन भी लेना पड़ सकता है और आपको 8 से 10 मैनपावर की भी जरूरत पड़ेगी। इस तरीके से फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में आप काफी बड़े लेवल पर स्टार्ट कर सकते हैं और बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस टोटल लागत कितनी होगी।
दोस्तों लागत दो बातों पर निर्भर करती। एक एक बार में लगती है जिसको फिक्स कैपिटल बोलते हैं और एक जो बार बार लगी कि उसको वर्किंग कैपिटल बोलते हैं। फिक्स कैपिटल में आप प्लांट एक बार ले लेंगे, जगह एक बार ले लेंगे, बिल्डिंग वगैरह एक बार बना लेंगे और मशीन आप ले लेंगे तो एक बार में ही यह खर्च होगा। इसके अलावा वर्किंग कैपिटल है, जो रॉ मटेरियल है, लेबर है, यूटिलिटीज है। साथ में जो मशीनों पर एक्सपेंसेज, मेंटेनेंस चार्जेज है।
यह सब आपको वर्किंग कैपिटल में आना पड़ेगा। तो अगर हम देखा जाए ओवरऑल तो आप आसानी के साथ इस बिजनेस को 8 से 20 लाख रुपए में शुरुआत कर सकते हैं। जैसे कि मानकर चलिए अगर आप 800000 की मशीन लेते हैं तो वह 800 से 1400 ब्रिक्स पावर का उत्पादन देती है या प्रोडक्शन निकालती। अगर 3000000 की मशीन लेते हैं तो यह प्रोडक्शन बढ़ जाएगा। 7000 से 9000 ईटें प्रति घंटे भी यह मशीन बना सकती है।
रॉ मटेरियल के लिए अगर बात करें तो 400 से 600 प्रति टन आपको मिल जाता है। जिप्सम की बात करें तो 1500 से 1900 प्रति टन मिलता है। लाइन की बात करें तो 1300 से 1700 प्रति टन मिलता है। और अगर सैंड की बात करें रेत की बात करें तो 600 से 800 प्रति टन मिल जाता है और अगर आप एक ईट बनाते हैं होता तो 2 से 3 रुपए का खर्च आता है और इस तरीके से अगर देखा जाए तो 1 लाख ईट बनाने पर आपको लगभग ₹3 लाख का खर्चा आएगा।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में कमाई कितनी होगी?
जैसा कि हमने अभी आपको देखा कि एक ईट बनाने में कितना खर्चा 2 से 3 रुपए आता है और यह लगभग ₹4 से ₹5 प्रति ईट में आप मार्केट में आसानी के साथ बेच सकते हैं। और अगर हम 700000 की मशीन की कैलकुलेशन करें जो प्रति ऑवर आठ बेक बनाती है तो एक दिन में लगभग6400 ईंट बना सकती है और एक ईट पर अगर ₹2 भी बरसता है तो लगभग ₹12,800 प्रतिदिन कमा सकते हैं।
तो इस तरीके से दोस्तों आप अपनी खुद की कैलकुलेशन करें। हो सकता है कि आप प्रति घंटे 800 ब्रिक्स नहीं बना पा रहे हैं, हो सकता 100 ही बना पा रहे हैं और प्रतिदिन का अगर आप आठ घंटे मशीन चलाते तो 800 प्रति आवर बना रहे हैं, 800 प्रति दिन बना रहे हैं तब भी आप आसानी के साथ इस बिजनेस में अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। तो
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में प्रोडक्ट कहां बेचें?
पहली चीज दोस्तों आप लोकल मार्केट में बेच सकते हैं, इंडियामार्ट वेबसाइट पर बेच सकते हैं या फिर आप खुद की वेबसाइट बनाकर भी बेच सकते हैं। और सबसे अच्छी बात यह है कि जहां पर भी आपका कंस्ट्रक्शन का जॉब चल रहा है, बिल्डिंग वगैरह चल रहा है तो आप ठेकेदार से कांटेक्ट करके। यह जो ब्रिक्स है, ईट है वह बेच सकते हैं।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन क्या क्या लगेंगे।
अगर आप कंपनी बनाना चाहते हैं तो आपको आरओसी के तहत आपको कंपनी खोलनी पड़ेगी। अगर आप खुद का नाम सुरक्षित करना चाहते हैं कंपनी का तो आपको ट्रेड मार्क लेना पड़ेगा। आपके लोकल जो भी मुनिसिपल ऑथोरिटी है वहां से आपको लाइसेंस लेना पड़ सकता है। एमएसएमई का उद्योग आधार ले लेंगे तो उससे यह होगा कि आपको लोन लेने में आसानी होगी और साथ में भारत सरकार।
कुछ सब्सिडी प्लान अगर आप लेना चाहते तो वह भी ले सकते हैं। नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट आपको पीसीबी से लेना पड़ सकता है। जीएसटी है यह तमाम तरह के लाइसेंस आपको लेनी पड़ सकती हैं। और अधिक जानकारी के लाइसेंस के लिए आप आपके नजदीकी उद्योग विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं।
FAQ:
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस में 200000 से 300000 का इन्वेस्टमेंट लगता है।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस करके महीने में कितना कमा सकते हैं?
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस करके महीने में 40000 से 50 हजार कमा सकते हैं।
फ्लाई ऐश ब्रिक्स का इस्तेमाल कहां होता है?
फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस का इस्तेमाल बड़े-बड़े शहरों में बिल्डिंग बनाने में किया जाता है।
निष्कर्ष:
दोस्तों ऊपर दिए गए लेख के द्वारा हम आपको फ्लाई ऐश ब्रिक्स बिजनेस कैसे शुरू करें कि पूरी जानकारी के बारे में विस्तार से बताएं हैं। दोस्तों बड़े बड़े शहरों और नगरों में नए घरों का निर्माण इसी ईद का उपयोग करके हो रहा है। इससे घर बनाने में कई तरीके से लाभ होता हैं। अगर आप कोई बिजनेस करने का सोच रहे हैं तो यह बिजनेस आपके लिए कारगर साबित हो सकता है क्योंकि आने वाले समय में इसकी मांग बढ़ने वाली है। आशा करता हूं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।