जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस कैसे खोलें? इंसान के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज कपड़ों के बाद अगर कुछ आती है तो वो है चप्पल और जूते यानी की फुटवेयर। इसीलिए इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है और जब डिमांड इतनी ज्यादा है तो इस बिजनेस को स्टार्ट करना भी मुनाफे का बिजनेस रहता है।
आज के इस लेख में हम जानने वाले है कि किस तरीके से आप फुटवियर के बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपकी क्या लागत लगने वाली है। इसमें आप कितने रुपए तक कमाएंगे। प्रोडक्ट कैसे आपको खरीदने होंगे, कौन से लाइसेंस लगेंगे? इस बिज़नेस की पूरी जानकारी इस लेख में देयेंगे तो इस लेख को अंत तक जरूर पढियेगा।
जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस में लोकेशन।
अगर आप अपने चप्पल जूते की दुकान जहां पर भी शुरू करना चाहते हैं वह आउट एरिया में होगा। मार्केट से तो आपका बिजनेस वहीं पर फ्लॉप हो जाता है। अगर आपको अपने बिजनेस को बेहतर तरीके से चलाना है, रन करना है और एक बड़े लेवल पर लेकर जाना है तो उसके लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है कि आप किसी भरे बाजार के अंदर इस बिजनेस को स्टार्ट करें या फिर ऐसी जगह स्टार्ट करें जहां एट लीस्ट कोई चौराहा हो।
कई सारे सड़के आकर मिलती हैं और वहां पर काफी ज्यादा लोगों का आना जाना रहता हूं। वैसे सिचुएशन में आपकी शॉप चल सकती है। कोशिश करिए कि अगर कहीं चप्पल की मार्केट है आपके एरिया में उसके अंदर आपको दुकान मिल जाता है तो इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता है। क्योंकि वहां पर टार्गेटेड कस्टमर ही आपको मिलेंगे जिनको चप्पल की ही जरूरत होगी।
जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस में इंटीरियर डिज़ाइन।
अब अगर आपने उस दुकान को ले लिया है रेंट पर या फिर खरीद लिया है, अब शॉप आपके अंडर में है तो दूसरी चीज बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि उस शॉप के को आपको डिजाइन करना पड़ेगा बेहतर तरीके से ताकि आपकी दुकान एक अच्छी दुकान लग सके। या फिर अगर आप अपने फर्नीचर को लोहे का बनवाना चाहते हैं तो वह भी बनवा सकते हैं। वह आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आपका बजट कैसा है। वैसे लकड़ी का कुछ ज्यादा बेहतर रहेगा पर ध्यान दीजिएगा कि आप अपने शॉप को इस तरीके से डिजाइन करिएगा कि देखने में अट्रैक्टिव लगे।
जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस में मार्किट की जानकारी।
आपको मार्केट में चल रहे ट्रेंड्स के बारे में पता होना चाहिए कि कौन कौन से ट्रेंड आज के टाइम में चल रहे हैं। किस टाइप के चप्पल जूते पहनना लोग पसंद कर रहे हैं। मेनली तीन टाइप के चप्पल और जूते होते हैं। रबड़ वाले, चमड़े वाले और प्लास्टिक वाले। तो आप किस तरीके के एरिया में रहते हैं और उस एरिया की डिमांड क्या ज्यादा है, क्या ट्रेंड है और क्या आप ब्रांडेड प्रोडक्ट्स अपने पास रख सकते हैं? उस एरिया के हिसाब से ये सारी चीजें आपको देखकर चली होंगी।
क्योंकि अगर आप किसी ऐसे एरिया में जहां पर लोग ज्यादा महंगा नहीं खरीद सकते हैं और वहां ब्रांड बेच रहे हैं तो यह आपके लिए ज्यादा लाभदायक नहीं हो सकता है। या फिर अगर आप किसी ऐसे एरिया में हैं जहां लोग ब्रांडेड ही पहनना पसंद करते हैं और वहां आप लोकल प्रोडक्ट्स बेच रहे हैं तो वैसे में भी आपके प्रोडक्ट ज्यादा नहीं बिकेंगे। तो आपको अपने एरिया के हिसाब से प्रोडक्ट्स देखने और ब्रांड्स के बारे में जानकारी आपको होना बहुत ज्यादा जरूरी है।
आज के टाइम में अगर हम इंडिया में चलने वाले टॉप ब्रांड्स की बात करें तो इन ब्रांड्स में जो सबसे बड़े नाम आते हैं वो हैं नाइक, एडीडास, रीबॉक, जॉर्डन, क्वान वर्स, प्यूमा, अंडर आर्मर, मोची, वुडलैंड, बाटा, फिला, ली कूपर, क्लार्क्स ये वह ऐसे ब्रांड जिनका नाम आज इंडिया में काफी बड़े लेवल पर है।
जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस में प्रोडक्ट कहाँ से ले।
अभी यहां पर आपको अपने एरिया में एक ऐसा डिस्ट्रीब्यूटर या होलसेलर देखना होगा जो आप तक सभी ब्रांड्स के और लोकल फुटवेयर पहुंचा सके। क्योंकि अगर आपको होलसेलर या डिस्ट्रीब्यूटर मिल जाता है तो वैसे सिचुएशन में आपको ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है और आपके दुकान तक ऑर्डर देने पर माल आ जाता है आसानी से जिससे आप अपनी दुकानदारी पर ध्यान दे पाते हैं।
और यहां पर अगर हम लाइसेंस की बात करेगी कौन सा लाइसेंस आपको लेना पड़ेगा तो लाइसेंस के तौर पर आप शॉप एंड इस्टैब्लिशमेंट का लाइसेंस लेंगे और इसके अलावा आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना होगा जोकि मस्ट इम्पॉर्टेंट है और छोटे लेवल पर अगर आप बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आपको स्टाफ रखने की भी जरूरत नहीं आप अकेले मैनेज कर सकते हैं। अगर आपको नॉलेज है और अगर आपको नॉलेज नहीं है तो आपको स्टाफ रखना पड़ सकता है। वैसे अगर टाइम के साथ आपका बिजनेस ग्रो कर जाता है और अच्छा चलने लगता है। आपको अपने बिजनेस को विकसित करने की जरूरत पड़ती है तो वैसे में आपको स्टाफ की जरूरत पड़ सकती है।
जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस में इन्वेस्टमेंट।
यहां इन्वेस्टमेंट की बात करें तो वह पूरी तरीके से डिपेंड करता है कि आपका एरिया कैसा है और एरिया के साथ में यह भी डिपेंड करता है कि आप ब्रांडेड प्रोडक्ट्स के साथ अपने बिजनस को स्टार्ट कर रहे हैं या फिर लोकल प्रोडक्ट के साथ अपने बिजनस को स्टार्ट कर रहे हैं। अगर ब्रांडेड प्रोडक्ट्स आप रखते हैं तो कम से कम 2 से 3 लाख रुपए मानकर चलिए और वहीं अगर लोकल प्रोडक्ट्स के साथ शुरू करते हैं और बड़ी रुमानी अच्छी दुकान शुरू कर रहे हैं।
अच्छे लेवल पर तो ऐसे सिचुएशन में कम से कम एक से डेढ़ लाख रुपए तो आपके इन्वेस्ट होंगे होंगे क्योंकि आपको यहां शॉप भी लेना पड़ेगा। शॉप के साथ इंटीरियर का भी काफी बड़ा खर्चा आता है और उसके बाद आपको प्रोडक्ट्स भी लेने पड़ेंगे। तो इन सारी चीजों में आपके पैसे अच्छे खासे लग जाते हैं। साथ ही बिजली का कनेक्शन लेने के भी पैसे आपको देने पड़ते हैं।
जूते चप्पल की शॉप का बिज़नेस में प्रॉफिट मार्जिन।
अगर आप लोकल प्रोडक्ट्स के साथ बिजनेस स्टार्ट करते हैं तो लोकल प्रोडक्ट्स में आपको मार्जिन ज्यादा मिलता है। यह आपका 50% से 100% तक भी हो सकता है। मतलब अगर आपने कोई चप्पल किसी लोकल फैक्ट्री से ₹80 की खरीदी है तो आप उसे 160 तक भी बेच सकते हैं। वहीं अगर हम बात करें किसी ब्रांडेड प्रोडक्ट की तो ब्रांडेड प्रोडक्ट में इतना ज्यादा मार्जिन आपको नहीं मिलता है। वहां मार्जिन के नाम पर आपको 20 से 30 परसेंट तक का मार्जिन मिल पाता है।
FAQ:
जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस शुरू करने में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?
जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस शुरू करने में आपको दो से तीन लाख तक का इन्वेस्टमेंट लग सकता है।
जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस शुरू करके कितना कमा सकते हैं?
जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस शुरू करके आप महीने का बहुत आराम से 30000 से 40000 कमा सकते हैं।
जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस कहां शुरू करना चाहिए?
जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस है किसी चौराहे पर शुरू करना चाहिए।
निष्कर्ष:
दोस्तों ऊपर दिए गए लेख में हमने आपको बताया कि जूते चप्पल की शॉप का बिजनेस कैसे खोलें? जितनी जरूरत लोगों को कपड़े पहनने की होती है उतनी ही जरूरत लोगों को जूते और चप्पल पहनने की होती है। इस बिजनेस में डिमांड और स्कोप बहुत ज्यादा है अगर आपके पास अच्छा बजट है और आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो जूते और चप्पल का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसका बिजनेस शुरू करने के लिए ऊपर दिए गए लेख को ध्यान से पढ़ें। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।