खेती से जुड़ी 5 सबसे बेहतर बिजनेस आइडिया।: हमारे देश भारत की 58% आबादी आज भी एग्रीकल्चर यानी खेती के जरिए ही अपना जीवन चलाती है। इतना ही नहीं भारत दुनिया के टॉप 10 एग्रीकल्चर देश में से एक है और भारत की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा एग्रीकल्चर के जरिए आता है। फाइनेंशियल ईयर 2022 में एग्रीकल्चर फार्मिंग और फिशिंग का इंडिया के जीवीए ग्रॉस वैल्यू एडेड में कंट्रीब्यूशन 19.48 लाख करोड़ रुपये का रहा था और आने वाले समय में यह तेजी से बढ़ रहा है।
इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले समय में एग्रीकल्चर और फार्मिंग कितना स्पीड से ग्रो करने वाला है। ऐसे में अगर आप भी किसी तरह का एग्रीकल्चर बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हो तो आज के इस लेख में मैं आपको बताऊंगा सबसे बेस्ट 5 एग्रीकल्चर बिजनेस आइडियाज जिनके दवरा आप अच्छे खासे पैसे कमा सकते हो और ये आइडियाज बहुत ही सिंपल और इफेक्टिव हैं।
मशरूम फार्मिंग
नंबर वन मशरूम फार्मिंग अगर आप किसी रेस्टोरेंट में जाते हो और वेजिटेरियन फूड ऑप्शन्स पूछते हो तो आपको मशरूम जरूर सुनने को मिलेगा। मशरूम की खेती हाल ही में काफी पॉपुलर हुई है और सिर्फ भारत में ही नहीं पूरे वर्ल्ड में मशरूम फेमस हो रहा है। क्योंकि मशरूम में प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और तभी मशरूम वेजिटेरियन के लिए काफी अच्छा फूड है। मशरूम की खेती सीजनल होती है। इन्हें सितम्बर, अक्टूबर से लेकर मार्च तक उगाया जाता है। यानी ठन्डे टेम्परेचर में मशरूम को उगाने के लिए 25 डिग्री सेल्सियस से कम का टेम्प्रेचर मेंटेन करना पड़ता है।
इसलिए इस फसल को बंद जगहों पर किया जाता है या अगर आप खेत में करना चाहते हो तो आपको इन्हें धूप और गर्मी से बचाने के लिए किसी झोपड़ी में ढकना और अंदर ठंडक बनी रहे। आपको ऐसा कुछ इंतजाम करना होगा। इस मशरूम बिजनेस को आप 60,000 से 1 लाख तक के इन्वेस्टमेंट से शुरू कर सकते हो। डिपेंड करता है कि आपकी नीड्स क्या है। इस मशरूम बिजनेस से शुरुआत में आराम से महीने का लगभग 20 हज़ार से 30 हज़ार कमा सकते हैं। डिपेंड करता है कि आप कितने ज्यादा मशरूम प्रोड्यूस कर पा रहे हो। अगर आपको यह बिजनेस करना है तो इसके बारे में आप और डिटेल में इंटरनेट से जानकारी ले सकते हो।
बैम्बू फार्मिंग
बैम्बू को मेडिकल ग्रास के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसका इस्तेमाल बहुत से प्रोडक्ट्स बनाने में होता है जैसे कि बैम्बू टूथ ब्रश, बांसुरी, पानी की बोतल, मेज, कुर्सियां यहां तक कि बैम्बू के घर भी बनाए जाते हैं। इन शॉर्ट बैम्बू को हम लोग प्लास्टिक और लकड़ी के अल्टरनेटिव की तरह देख सकते हैं और यही रीजन है कि पिछले कुछ सालों में बैम्बू की डिमांड तेजी से बढ़ रही है और डिमांड बढ़ने के कारण धीरे धीरे बहुत से लोग गांवों की खेती करने की सोच रहे हैं। बैम्बू को आप किसी भी तरह की मिट्टी में उगा सकते हैं।
इसका उत्पादन सबसे तेज मानसून के समय होता है, क्योंकि बाँधों को शुरुआत में ज्यादा पानी की जरूरत होती है। बैम्बू का एक पौधा लगभग ₹20 का आता है और पहले चार सालों में एक बांस के पौधे से लगभग 4 से 5 बैंबू निकलते हैं और मार्केट में एक बैम्बू की कीमत कम से कम ₹60 होती है। बैम्बू शुरू के चार सालों में धीरे धीरे बढ़ते हैं और फिर इसके बाद इनकी ग्रोथ बहुत ही ज्यादा तेजी से होती है। बैम्बू को तीन मुख्य तरीकों से उगाया जाता है। पहला तरीका है बैम्बू के बीज लगाकर उगाना। हालांकि बैम्बू के बीज मार्केट में जल्दी नहीं मिलते।
दूसरा तरीका है बैम्बू की जड़ों को खेतों में लगाना। अगर आपके आसपास कई बैम्बू होता है तो आप वहां से उनकी जड़ों को अपने खेत में लगाकर भी बैम्बू उगा सकते हो। तीसरा तरीका होता है टिशू कल्चर, जिसमें बांस के पौधे को खेत में लगाया जाता है। टिशू कल्चर ही सबसे पॉपुलर तरीका है बैम्बू की खेती करने के लिए। शुरू में आपको थोड़ा धैर्य रखना होगा, क्योंकि बैम्बू की ग्रोथ शुरू में काफी स्लो रहती है। इसलिए काफी किसान बैम्बू के साथ साथ दूसरी छोटी मोटी फसलों को भी लगा देते हैं ताकि उनका प्रॉफिट ज्यादा हो सके।
वर्मी कम्पोस्ट फार्मिंग
वर्मी कंपोस्ट एक तरह की ऑर्गेनिक खाद होती है, जिसे हम अपने खेतों में डालते हैं ताकि फसल का प्रोडक्शन ज्यादा हो और किसी भी तरह के बैक्टीरिया या फंगस हमारी फसल में ना हो। वर्मी कंपोस्ट इतना पॉपुलर इसलिए है क्योंकि ये बिल्कुल नेचुरल होता है जबकि यूरिया जैसी खाद आर्टिफीशियल होती है और जब हम यूरिया वाली फसल खाते हैं तो उससे हमारे शरीर को नुकसान होता है और कई बीमारियां भी होती हैं। इन्हीं सब समस्याओं का समाधान है वर्मी कंपोस्ट। वर्मी कंपोस्ट की खेती मेन दो चीजों से होती है गोबर और केचुआ।
इस खेती में केंचुआ गोबर को खाता है और उसे खाने के बाद वो वर्मी कंपोस्ट में बदलता है। वर्मी कंपोस्ट साधारण गोबर से एक पर्सेंट ज्यादा पावरफुल होता है। इसलिए वर्मी कंपोस्ट की डिमांड बहुत ज्यादा है। वर्मी कंपोस्ट का यूज दूसरे किसान अपनी फसल में करते हैं। नर्सरी इसका इस्तेमाल करती है और बहुत सी जगह वर्मी कंपोस्ट को यूज किया जाता है। एक किसान जो इसकी खेती 25 सालों से कर रहे हैं उन्होंने बताया कि उनकी सलाना इनकम 1 करोड़ से भी ज्यादा है।
तो अगर इस हिसाब से देखें तो आप शुरू में ही अच्छी अर्निंग कर सकते हो। हमारी लेख में ये बिजनेस मॉडल सबसे ईजी और इफेक्टिव है। आप इस खेती में खाद के साथ साथ केचुआ भी बेच सकते हो। आप अगर गोबर में केंचुए को डालते हो तो केंचुओं की संख्या बढ़ती जाती है तो आप खाद के साथ साथ केंचुआ भी बेचकर अच्छी अर्निंग कर सकते हो। वर्मी कंपोस्ट की खेती की खास बात एक और यह है कि इसका कोई सीजन नहीं होता। अब 12 महीनों में इसकी खेती कर सकते हैं। पूरी प्रक्रिया क्या होती है, ये आप इंटरनेट से डिटेल में देख सकते हैं।
गन्ने की खेती
सुगरकेन की फार्मिंग गन्ने की खेती भारत में बहुत ही ज्यादा संख्या में की जाती है। खासकर महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में। गन्ने से गुड़, चीनी, शक्कर जैसे खाने के पदार्थ बनते हैं। इसी वजह से गन्ने की खेती में बहुत ज्यादा फायदा होता है। कुरुक्षेत्र हरियाणा के किसान से हमने कुछ जानकारी प्राप्त की जो कि गन्ने की ऑर्गेनिक खेती करते हैं।
उन्होंने बताया कि वह एक एकड़ में लगभग 8 से 12 लाख कमाते हैं। वो बताते हैं कि गन्ने की खेती में सबसे महत्वपूर्ण चीज है गन्ने को पूरा पोषण देना, समय पर पानी देना और जिस मिट्टी पर गन्ना बोया है उसमें केंचुए का होना ताकि मिट्टी ज्यादा फर्टाइल हो सके और लंबा मोटा गन्ना खेत में तैयार हो सके। गन्ने की खेती आप आसानी से शुरू कर सकते हो और अच्छा मुनाफा कमा सकते हो।
डेयरी फार्मिंग
डेयरी फार्मिंग जयपुर के युवा किसान जो अभी सिर्फ 23 साल के हैं, उनका अपना एक देसी गीर नस्ल की गाय का डेयरी फार्म है, जिसमें 70 से ज्यादा गीर नस्ल की गाय हैं। वो बताते हैं कि वो घी भी बेचते हैं। वो दूध 91 रुपये प्रति लीटर और घी ₹2,500 पर लीटर बेचते हैं। तो इनकी कहानी से आप समझ सकते हैं कि दूध के बिजनेस में कितना प्रॉफिट है।
अब आपको 70 गायों की आवश्यकता नहीं है। अगर आपके पास 8 से 10 गाय या भैंस भी है तो भी आप अपना डेयरी फार्म शुरू कर सकते हैं और शुरू में अपने ही लोकल एरिया में दूध बेच सकते हो। अगर आपके दूध का प्रोडक्शन ज्यादा है तो आप उसका घी बनाकर भी बेच सकते हो। ये बिजनेस फ्यूचर में भी चलने ही वाला है क्योंकि दूध एक बहुत ही पॉपुलर ड्रिंक है और हर कोई दूध पीता है।
FAQ:
मशरूम फार्मिंग के लिए सबसे अच्छा टेंपरेचर क्या है?
मशरूम फार्मिंग के लिए सबसे अच्छा टेंपरेचर 25 डिग्री सेल्सियस से कम टेंपरेचर को माना जाता है।
एक एकड़ जमीन में गन्ने की खेती करके कितना रुपया कमाया जा सकता है?
एक एकड़ जमीन में गन्ने की खेती करके आप 8 से 12 लाख रुपया कमा सकते हैं।
बैम्बू की खेती किस सीजन में करनी चाहिए?
बैम्बू की खेती करने के लिए सबसे अच्छा मानसून सीजन होता है।
निष्कर्ष:
दोस्तों ऊपर दिए गए लेख में हम आपको खेती से जुड़ी पांच सबसे बेहतर बिजनेस आइडिया के बारे में बताएं हैं। साथ ही एग्रीकल्चर क्षेत्र में बिजनेस से जुड़ी और बातों को बताए हैं जिससे आपको इस फील्ड में भी बिजनेस का आईडिया हो सके। अगर इनमें से आप किसी भी एक बिजनेस को बड़े स्तर पर और अच्छे से करते हैं तो आप का मुनाफा बिल्कुल तय है। आशा करता हूं कि इस लेख पर आपको आइडिया जरूर मिला होगा और साथ में यह लेख भी पसंद आया होगा। इस लेख को आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी शेयर कर सकते हैं। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।