लाइब्रेरी बिजनेस कैसे शुरु करें?

लाइब्रेरी बिजनेस कैसे शुरु करें?: आप पूरी दुनिया में कहीं पर भी चले जाइए, आपको कुछ किताबी कीड़े मेरी तरीके से जरूर मिल जाएंगे। जिनको किताबें पढ़ने का शौक होता है, पर समस्या वाली बात यह है कि हर व्यक्ति के पास लाइब्रेरी नहीं होती। आसपास लाइब्रेरी नहीं होती है। जहां पर जाकर किताबें पढ़ सकें। तो यहीं पर आपके लिए आता है एक बेस्ट बिजनेस अपॉर्चुनिटी कि आप एक लाइब्रेरी स्टार्ट कर सकते है अपने लोकल एरिया में जहां आपके आसपास के लोग आकर किताबें पढ़ सकें और आपको अच्छा खासा रेवेन्यू जनरेट हो सके।

आज के इस लेख में हम जानने वाले हैं कि अगर आप एक लाइब्रेरी स्टार्ट करते हैं तो उसमें कितना इन्वेस्टमेंट आपका लगता है और उसके बाद आप लगभग कमा कितना सकते हैं? एक बंदा कितने पैसे देता है किताब पढ़ने के लिए ऐसी बहुत सारी चीजें तो इस लेख को अंत तक ज़रूर पढियेगा। 

लाइब्रेरी बिजनेस में जगह का चयन।

लाइब्रेरी स्टार्ट करने के लिए आपको ऐसे लोकेशन का ध्यान रखना है जहां पर आसपास आवाज बहुत ज्यादा ना हो। अगर हम हाई नॉइस एरिया की बात करें तो उनमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या फिर एयरपोर्ट ये कुछ ऐसे एरियाज हैं जहां पर आपको बहुत ज्यादा आवाज सुनने को मिलेंगी और ऐसे एरिया में लाइब्रेरी बिल्कुल भी सही नहीं होता है। लाइब्रेरी को एक शांत माहौल चाहिए। आप किसी बड़े यूनिवर्सिटी या कॉलेज के आसपास इसे स्टार्ट कर सकते हैं।

अगर यूनिवर्सिटी कॉलेज आपके आसपास नहीं है तो आप अपने आसपास कोई बड़ा कोचिंग सेंटर है, उसके आसपास स्टार्ट कर सकते हैं या कोई कॉरपोरेट सेक्टर है जहां पर ऑफिसेस काफी ज्यादा हैं वहां पर आप इसे स्टार्ट कर सकते हैं। ऐसे एरियाज में ऐसे लोग आपको अधिक मिलेंगे जिनको किताबें पढ़ने का शौक होता है। साथ ही लाइब्रेरी के लिए यहां पर इतनी जगह तो कम से कम आपको चाहिए ही चाहिए जिसमें आराम से 25 से 30 लोग बैठ सकें। 

लाइब्रेरी बिजनेस में लाइसेंस।

लाइब्रेरी स्टार्ट करने के लिए अगर हम लाइसेंस की बात करें तो इसमें किसी भी लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती है अगर आप छोटे लेवल पर स्टार्ट कर रहे हो क्योंकि आप यहां ज्ञान स्प्रेड करने वाले हो, नॉलेज स्प्रेड करने वाले हो तो इसमें आपको किसी बड़े लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती। हां, अगर आपका बिजनेस बड़े लेवल पर आप स्टार्ट कर रहे हैं तो आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन की जरूरत जरूर पड़ती है। 

लाइब्रेरी बिजनेस में इंटीरियर डिज़ाइन पर ध्यान।

आपको इंटीरियर पर काफी ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा। अगर आप एक लाइब्रेरी स्टार्ट करते हैं, आपको कारपेंटर से कैबिनेट्स बनवाने होंगे, जहां पर लोग बैठकर पढ़ाई कर सकें। सबका कैबिन सेपरेट रहता है तो आपको कैबिन वाइज बनवाना पड़ेगा। इसके अलावा आपको चेयर्स खरीदनी पडेंगी। उन कैबिन में आपको लाइट की व्यवस्था करनी पड़ेगी। आपको एक बल्ब लगाने का होल्डर उसमें देना पड़ेगा। ऑन ऑफ का स्विच देना पड़ेगा।

इसके अलावा उसमें आपको एक सॉकेट का ऑप्शन देना पड़ेगा। अगर कोई व्यक्ति आता है अपना चार्जर लेकर तो वह वहां लगा सके। अगर कोई लैपटॉप लाता है तो वो वहां चार्जिंग के लिए लगा सके तो आपको इतने इलेक्ट्रिसिटी की सुविधा तो उसके अंदर देनी पड़ेगी और इसी के अलावा आपको ऊपर पंखा लगाना पड़ेगा। नीचे मैट बिछा सकते हैं ताकि आपका इंटीरियर और ज्यादा बेहतर लगे। बाकी आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आप कितना बेहतर इंटीरियर उसका कर पाते हैं। 

लाइब्रेरी बिजनेस में किताबें कहाँ से ख़रीदे।

किताबें पूरी तरीके से डिपेंड करता है कि आपका एरिया कैसा है। अगर आप किसी स्कूल के बाहर से स्टार्ट कर रहे हैं तो स्कूल वाली किताबें आपके पास होनी चाहिए। अगर कॉलेज के बाहर हो तो कॉलेज में जो जो कोर्सेस अवेलेबल हैं, उन कोर्सेस की किताबें होनी चाहिए। अगर कोचिंग सेंटर के बाहर है तो उन कोचिंग सेंटर में जो जो चीजों की पढ़ाई की जाती है उनसे रिलेटेड सारी पुस्तकें आपके पास होनी चाहिए। कॉर्पोरेट एरिया में हैं तो वहां के लोगों के हिसाब से किताबें आपके पास होनी चाहिए। अधिकतर वहां आपको रिटायर्ड प्रोवाइड एंड फाइनेंशियल जितनी रिलेटेड किताबें होती हैं।

इन किताबों की रिक्वायरमेंट अधिक होती है। सॉफ्टवेयर कंपनी के बाहर है तो उससे रिलेटेड वो डिपेंड करता है कि आपका एरिया क्या है। उसी से रिलेटेड ज्यादा किताबें आपको रखनी है। रखनी तो नॉर्मली मेनली जो मेन मेन होती हैं, सब जितनी आप अफोर्ड कर सकते हैं उतनी रखिये उतना बेहतर है। पर जहां पर भी आप अपने इस बिजनेस को स्टार्ट कर रहे हैं, उस एरिया से रिलेटेड बुक्स आपको ज्यादा रखनी होंगी। 

लाइब्रेरी बिजनेस में इन्वेस्टमेंट और अर्निंग।

इन्वेस्टमेंट और अर्निंग की अगर बात करें तो यहां कम से कम दो से ढाई लाख रुपया आपके इन्वेस्ट होंगे इस बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए जिसमें आपका पूरा इंटीरियर का खर्चा रहेगा। आपकी किताबें जो आप खरीदेंगे वो सब रहेगा और अगर हम अर्निंग की बात करें तो इसका बिजनेस मॉडल कुछ इस तरीके से काम करता है कि आप मंथली सब्सक्रिप्शन देते हैं लोगों को ₹500 में या ₹600 में जिस तरीके से जिनकी सब्सक्रिप्शन होती है और उस हिसाब से आपको पैसे चार्ज करने होते हैं।

जैसा आपका एरिया है उस हिसाब से आप पैसे चार्ज करेंगे और इसके अलावा ये भी डिपेंड करता है कि आपकी लाइब्रेरी कैसी है, उसमें कितनी बुक्स मौजूद हैं। उसके हिसाब से भी आप पैसे चार्ज करेंगे। फिर भी मिनिमम यहां बात करें तो 500 से 600 समथिंग मंथ का रहता है और अगर कोई व्यक्ति पुस्तक घर लेकर जाना चाहे पढ़ने के लिए तो उससे आप सिक्योरिटी चार्ज लेते हैं।

पूरे पैसे उससे ले लेंगे और उसके बाद जब वह किताब आपको वापस करने आएगा पढ़ने के बाद तब आप उसमें अपना किराया काटकर किताब ले लेंगे और पैसे बचे हुए उसे वापस दे देंगे। तो यहां अगर 5000 के हिसाब से भी रखें और 50 व्यक्तियों ने आपके पास सब्सक्रिप्शन ले रखा है तो आपके बनते हैं 25 हज़ार रुपए। जिसमें अगर हम इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और अदर चार्जेस 5000 निकाल लेते हैं तो आप ₹20,000 समथिंग मंथ का आसानी से बचा लोगे। 

FAQ:

लाइब्रेरी बिजनेस शुरू करने में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?

लाइब्रेरी बिजनेस शुरू करने में आपको 200000 से 300000 तक का इन्वेस्टमेंट लगता है।

लाइब्रेरी बिजनेस शुरू करके कितना कमा सकते हैं?

लाइब्रेरी बिजनेस शुरू करके आप महीने का 30000 तक कमा सकते हैं।

क्या लाइब्रेरी बिजनेस शुरू करने के लिए लाइसेंस की जरूरत पड़ती है?

लाइब्रेरी बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कोई भी लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ती है।

निष्कर्ष:

दोस्तों ऊपर दिए गए लिंक के द्वारा हमने आपको बताया कि लाइब्रेरी बिजनेस कैसे शुरू करें? दोस्तों यह समय देखते हुए यह कहा जाना सही है कि अब पढ़ाई या विद्या भी बिजनेस का मोर ले लिया है। भारत में कई सारे ऐसे इंस्टिट्यूट है जो कि पढ़ाई के नाम पर खूब पैसे कमा रहे हैं। ऐसे में आप सही ढंग से पढ़ाई से जुड़ा एक बिजनेस करना चाहते हैं तो लाइब्रेरी बिजनेस आपके लिए सही साबित हो सकता है। उम्मीद है कि इस लेख से आपको अच्छी जानकारी मिली होगी। इस लेख को करने के लिए धन्यवाद।

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