पेपर कप और प्लेट का बिज़नेस कैसे करें?

पेपर कप और प्लेट का बिज़नेस कैसे करें?: प्लास्टिक का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में पूरा का पूरा घर आ जाता है। इतनी सारी चीजें हैं। वैसे पूरी दुनिया प्लास्टिक का रिप्लेसमेंट ढूंढने में लगी हुई है और जब तक ऐसा नहीं हो जाता हम बस प्लास्टिक का यूज कम कर सकते हैं। क्योंकि प्लास्टिक न सिर्फ हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, इसे पूरी तरह से सड़ने या नष्ट होने में भी दशकों का समय लग जाता है। प्लास्टिक की पैकिंग, प्लेट्स, ग्लास, रैपर वगैरह सबसे ज्यादा परेशानी खड़ी करते हैं।

इसीलिए अब लोग कागज के कप और प्लेट्स का यूज ज्यादा कर रहे हैं। इसे शादी, पार्टी, फंक्शन या किसी सोशल गैदरिंग में इनका यूज अब कॉमन हो गया है और इनकी मैन्युफैक्चरिंग भी धीरे धीरे इंडस्ट्री का रूप ले रही है। तो आज हम आपको बताएगा कि इसका काम आप कैसे शुरू कर सकते हैं और इसे करना फायदेमंद होगा या नहीं। तो चलिए समझते हैं इस बिजनेस मॉडल को।

पेपर कप और प्लेट बिज़नेस का डिमांड।

इंडिया का पेपर कप्स मार्केट 2020 में 265 मिलियन यूनिट तक पहुंच गया था और दो परसेंट की मार्केट ग्रोथ के साथ 2026 तक यह 295 बिलियन यूनिट्स तक पहुंच जाएगा। मतलब डिमांड है तभी तो मार्केट ग्रो कर रहा है। इंडिया में पेपर कप्स का इस्तेमाल ज्यादातर फूड सेक्टर में होता है। जैसे चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक वगैरह सर्व करने के लिए पेपर कप्स के साथ ही पेपर की बने प्लेट्स, कटोरी और छोटी बड़ी थालियां भी आजकल बहुत इस्तेमाल होती हैं। इनकी डिमांड बढ़ने में लोगों के बीच प्लास्टिक के बैड इफेक्ट्स के प्रति जागरुकता एक बहुत ही बड़ा फैक्टर है। 

पेपर कप और प्लेट बिज़नेस में रिस्क।

अब अगर आप यहां पर सोच रहे हैं कि इस बिजनेस में फायदा है और या फिर यह सोच रहे हैं कि इसको करने में नुकसान है तो आप दोनों ही तरह से सही है। क्योंकि कोई भी बिजनेस बिना रिस्क लिए कामयाब नहीं होता और बिना बिजनेस प्लान, एफर्ट, उत्साह और मेहनत के चाहे किसी भी ग्रोइंग इंडस्ट्री का हिस्सा हो जाइए, आपकी तरक्की मुश्किल है। पेपर कप और प्लेट का बिजनेस भी ऐसा ही है, क्योंकि हर फील्ड में आपको मार्केट में कॉम्पिटिशन तो मिलेगा ही, अब टिकेगा वही, जो मेहनत और ईमानदारी से आगे बढ़ेगा। बाकी बिजनेस को कैसे खड़ा करना है, इन स्टेप्स को फॉलो करेंगे, तो आपको काफी आसानी होगी। 

पेपर कप और प्लेट बिज़नेस में प्लान।

सबसे पहले बनाना होगा एक सॉलिड बिजनेस प्लान, क्योंकि बिना प्लानिंग के आपको मार्केट में सर्वाइव करने में दिक्कत होगी और इस इंडस्ट्री का हिस्सा बनने के लिए आप कितना कैपिटल लगाएंगे, इसका स्केल कितना बड़ा होगा? आप कौन कौन से आइटम बनाएंगे? क्या आपके एरिया में और कोई मैन्युफैक्चरर है? आपके प्रोडक्ट्स की क्वॉलिटी, सप्लाई, रिटर्न, पॉलिसी वगैरह पर आपके बिजनेस की सक्सेस काफी हद तक निर्भर करेगी। 

पेपर कप और प्लेट बिज़नेस में जगह।

बिजनेस प्लान के बाद आपको जरूरत पड़ेगी जमीन की। यानी वह जगह जहां पर आप अपना बिजनेस सेटअप करेंगे, मशीन लगाएंगे और अपना प्रोडक्शन करेंगे। इसके लिए कम से कम आपको 100 से 200 स्क्वायर फीट जगह तो चाहिए ही होगी। अगर आपके पास जगह अवेलेबल है तो अच्छा, नहीं तो आपको रेंट पर या लीज पर फैक्ट्री के लिए जगह लेनी पड़ेगी। दोनों ही केसेज में आपको रेंट एग्रीमेंट या लीज का पेपर वर्क कर लेना चाहिए। 

पेपर कप और प्लेट बिज़नेस में लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन।

अब आती है बारी लाइसेंस और बिजनेस रजिस्ट्रेशन की। इसके लिए आपका पहला स्टेप होगा रजिस्ट्रार ऑफ फ़िल्म्स या आर एफ में रजिस्ट्रेशन करवा करके एक वन पर्सन कंपनी स्थापित करना। इसके बाद आपको ट्रेड लाइसेंस चाहिए जो आपको लोकल अथॉरिटी से मिल जाएगा। उसके बाद आपको उद्योग आधार की जरूरत पड़ेगी। आधार कार्ड की ही तरह उद्योग आधार है। आधार फूड बिजनेस जो 12 डिजिट का नंबर होता है, जिसे आप मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज गवर्मेंट ऑफ इंडिया में अप्लाई करके ले सकते हैं।

गूगल पर उद्योग आधार सर्च करेंगे तो आपको उद्यम रजिस्ट्रेशन की वेबसाइट उद्यम रजिस्ट्रेशन डॉट जीओवी डॉट इन दिखाई देगी, जहां पर डीटेल इनफॉर्मेशन आपको मिल जाएगी। वैसे इसके अलावा भी आप अपने बिजनेस के लिए एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इससे यह फायदा होगा कि अगर सेंट्रल गवर्मेंट को सब्सिडी प्रोग्राम शुरू करनी है तो आप उसके लिए अप्लाई कर पाएंगे। कारोबार जम जाने के बाद अगर आप एक्सपोर्ट इम्पोर्ट बिजनेस करना चाहेंगे, तो इसके लिए आईसी या इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड की जरूरत पड़ेगी।

पेपर कप और प्लेट बिज़नेस में इलेक्ट्रिसिटी।

तो इतना कर लेने के बाद अब आगे आपको अपनी फैक्ट्री चलाने के लिए इलेक्ट्रिसिटी की भी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए आप अपने घर का कनेक्शन यूज ना ही करें तो बेहतर होगा। अच्छा होगा कि आप एक अलग से कमर्शियल कनेक्शन अप्लाई कर दें क्योंकि आप बिजनेस को एक अलग पहचान देंगे तो उसके लिए सभी चीजों को अलग से रखें ताकि आगे चलकर आपको कोई दिक्कत ना हो। क्योंकि अगर कभी कोई चेकिंग हुई कि आप डोमेस्टिक कनेक्शन पर कमर्शियल काम कर रहे हैं तो हो ना हो इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट ऑब्जेक्शन कर सकता है। 

अब आगे करते हैं लेबर या मैन पावर की बात। 

फैक्ट्री मैनेज करने के लिए, साफ सफाई के लिए, प्रोडक्शन करने के लिए और बने हुए सामान को बाजार तक पहुंचाने के लिए आपको एक टीम तो बनानी ही पड़ेगी। 4 से 5 लोगों की टीम इसके लिए काफी हो सकती। है और सबसे बेहतर तो यह होगा कि आप अपना काम शुरू करने से पहले किसी पेपर कप की फैक्ट्री को विजिट करके आई और यह देखें कि वहां पर काम कैसे होता है और कितने लोगों की जरूरत पड़ती है।

इससे आपको मोटामोटी आइडिया हो जाएगा कि आपको कैसी तैयारियां करनी पड़ेगी। जब ये सारी चीजें हो जाएं तो एक बार अपने स्टाफ को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दिलवा दें ताकि उन्हें मशीन कैसे चलाना है, प्रोडक्शन कैसे करना है, इन सारी चीजों की जानकारी मिल जाए और अच्छे से समझ में आ जाए।

FAQ:

पेपर कप और प्लेट का बिजनेस शुरू करने में कितना इन्वेस्टमेंट की जरूरत पड़ सकती है?

पेपर कप और प्लेट का बिजनेस शुरू करने में आपको 10 लाख तक का इन्वेस्टमेंट की जरूरत पड़ सकती है।

पेपर कप और प्लेट का बिजनेस शुरू करके कितना कमा सकते हैं?

पेपर कप और प्लेट का बिजनेस शुरू करके आप महीने का 40,000 से 50,000 तक कमा सकते हैं।

पेपर कप और प्लेट बिजनेस शुरू करने के लिए कितना एरिया की आवश्यकता पड़ती है?

पेपर कप और प्लेट बिजनेस शुरू करने के लिए आपको 500 से 1000 स्क्वायर फीट एरिया की जरूरत पड़ती है।

निष्कर्ष:

तो दोस्तों पर दिए गए लेख में हमने आपको बताया कि पेपर कप और प्लेट का बिजनेस कैसे करें? दिन पर दिन मार्केट में इसकी बढ़ती डिमांड को देखते हुए इसका बिजनेस करना लोगों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। प्लास्टिक बैन होने के बाद पेपर कप और पेपर प्लेट का इस्तेमाल बहुत ही अधिक हो गया है। ऐसे में आप कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसका बिजनेस आपके लिए सही साबित हो सकता है। इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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