प्रदूषण जॉच केंद्र कैसे खोलें?: भारत जनसंख्या के स्तर पर सबसे आगे पहुँच गया यह तो हम सभी को पता है पर जितनी तेजी से भारत की जनसंख्या बढ़ रही है उतनी ही तेजी से मोटर वेहिकल भी भारत में बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। हर इंसान अपनी खुद की गाड़ी चाहता है, अपनी खुद का परिवहन चाहता है, जिसके लिए उसे ज़रूरत होती है एक मोटर मोटरसाइकल की या फिर एक चार पहिया वाहन की या फिर इसके अतिरिक्त अन्य भी वाहन आते हैं। जिसको देखते हुए 2019 में नया मोटर व्हीकल एक्ट पारित किया गया जिसमें बहुत ज्यादा कंपल्सरी कर दिया गया है कि आपके पास पॉल्यूशन सर्टिफिकेट होना चाहिए।
अगर चालान के लिए कोई गाड़ी आपकी रोकता है, चेकिंग करता है आपके डॉक्यूमेंट तो उसने वह पॉल्यूशन सर्टिफिकेट भी आपसे मांगेगा और अगर आपके पास नहीं है तो उसका भी चालान किया जायेगा। तो क्यों ना इस चीज़ का फायदा उठाया जाए और इसी से अपने बिजनेस को शुरू किया जाए। आज के इस लेख में हम जानने वाले हैं कि किस तरीके से आप प्रदूषण जांच केंद्र शुरू कर सकते हैं। इसमें आपकी कितनी कमाई होगी, कितना इन्वेस्टमेंट आपको करना पड़ेगा, क्या एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया है ऐसी बहुत सारी चीजें। तो इस लेख को अंत तक ज़रूर पढियेगा।
प्रदूषण जांच केंद्र होता क्या है।
मुख्यतः आपने पेट्रोल पंप या फिर जो मोटर वेहिकल के शौक होते हैं उनके आस पास एक पीला कैबिन देखा होगा छोटा सा जिस पर लिखा होता है बड़ा बड़ा वाहन प्रदूषण जांच केंद्र। वहां पर जाकर आपको अपने गाड़ी का प्रदूषण जांच करवाना होता है और उसके बाद आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता है। इसको बनवाने में आपके तकरीबन ₹50 से ₹300 तक लगते हैं। वो अलग अलग राज्यों पर डिपेंड करता है। अलग अलग राज्यों में अलग अलग पैसे लिए जाते हैं। मुख्यता अगर आपके पास यह सर्टिफिकेट नहीं होता है तो आपका चालान लगभग ₹10,000 तक का कर रह जाता है।
यह सर्टिफिकेट लगभग लगभग छह महीने से लेकर एक साल तक के लिए वैध होते हैं। जिसके बाद आपको इन्हें रिन्यू करवाना होता है या दोबारा बनवाना होता है। तो मतलब आप ऐसा भी नहीं कह सकते हैं कि अगर आपने एक बार इस बिजनेस को स्टार्ट कर लिया तो दोबारा कोई धंधा आपके पास नहीं आने वाला है। क्योंकि जिसने बनवाया है वह फिर से दोबारा रिपीट करने आपके पास आएगा क्योंकि उसका ट्रस्ट आपके ऊपर है।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने की एलिजिबिलिटी।
प्रदूषण जांच केंद्र शुरू करने के लिए अगर एलिजिबिलिटी की बात करें तो कुछ सार्टिफिकेट होते हैं जिनमें से अगर एक भी सर्टिफिकेट आपके पास है तो आप आसानी से पॉल्यूशन जांच सेंटर स्टार्ट कर सकते हैं। वह सर्टिफिकेट कुछ इस प्रकार है आटोमोबाइल इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट, मोटर मैकेनिक सर्टिफिकेट, आटो मकैनिक सर्टिफिकेट, स्कूटर मकैनिक सर्टिफिकेट, डीजल मकैनिक सर्टिफिकेट, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट से प्रमाणित सर्टिफिकेट यानी कि आईटीआई। इनमें से कोई भी सर्टिफिकेट यदि आपके पास मौजूद है तो आप पात्र हैं एक पॉल्यूशन जांच सेंटर स्टार्ट करने के लिए।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए जरूरी उपकरण।
प्रदूषण जांच केंद्र स्टार्ट करने के लिए मुख्यतः कुछ जरूरी उपकरण जो आपके पास मौजूद होने चाहिए जैसे कि कंप्यूटर या फिर लैपटॉप, इंकजेट प्रिंटर, यूएसबी वेब कैमरा, स्मोक एनालाइजर। यदि ये चार चीजें आपके पास मौजूद हैं तो आप आसानी से इसे स्टार्ट कर सकते हैं।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए जरुरी चीज़े।
इसमें आपको कुछ ज़रूरी चीजों का आपको ध्यान भी रखना होगा जैसे कि जो भी आपका कैबिन होगा पॉल्यूशन टैस्ट सेंटर का वह पीले रंग का होना चाहिए। कैबिन की लंबाई ढाई मीटर और मोटाई कम से कम दो मीटर होनी चाहिए। इसमें आपको सिक्योरिटी शुल्क के रूप में 5000 जमा करना होगा और इसी के अलावा लाइसेंस के लिए आपको पाँच हज़ार रुपये देने होंगे। आपको अपने केबिन के ऊपर अपना लाइसेंस नंबर लिखवाना होगा। इसी के अलावा आरटीओ से अपने नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना होगा। आप इसे किसी भी ऑटोमोबाइल वर्कशॉप के आसपास या फिर पेट्रोल पंप के किनारे शुरू कर सकते हैं।
जितने भी वाहनों का पॉल्यूशन जांच आप करेंगे, उनका रिकॉर्ड आपको एक साल तक अपने पास संभालकर रखना होगा। इसे आप चाहे तो कंप्यूटर में रखिए या फिर किसी अलग मेमोरी में रखिए। और एक खास बात जिस व्यक्ति के नाम से पॉल्यूशन टेस्ट सेंटर का लाइसेंस जारी हुआ है, वही व्यक्ति से चला सकता है ऐसा नहीं है कि लाइसेंस मेरे नाम से और चला रहे हैं। मेरे बड़े भाई या फिर कोई अन्य व्यक्ति ऐसा नहीं होना चाहिए। जांच के बाद आपको सरकार द्वारा जारी किए गए स्टीकर चिपकाने होते हैं। साथ ही साथ आपको प्रिंटेड सर्टिफिकेट भी देना होगा।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के लिए हमें करना क्या होगा।
सबसे पहले आपको कहीं अच्छा सा प्लेस देखना है वहां पर कैबिन बनवाना है। जो चीजें मैंने आपको पहले बताई उनका ध्यान रखना है। कंप्यूटर वगैरह मशीनें जितने भी हैं वह सारी आपको लानी हैं और नीचे रेस्ट। जो भी आरटीओ का ऑफिस है वहां पर लाइसेंस के लिए आवेदन करना है। वरना आप परिवहन डॉट जीओवी डॉट इन पर जाकर ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं लाइसेंस के लिए, जब आपका लाइसेंस क्लियर हो जाता है उसके बाद आप इस बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकते हैं।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने में इन्वेस्टमेंट और अर्निंग।
इन्वेस्टमेंट के तौर पर आपका लगभग 50000 से 60000 रुपए आएगा, जिसमें इनक्लूड हेड आपका पीसी होगा। जो कैबिन आप बनवाएंगे वह होगा और। इन मशीनों की आपको जरूरत होगी, जैसे स्मोक एनलाइजर वगैरह। ये सारी चीजें आपकी इसी में इनक्लूड होंगी और फिर आप आसानी से इस बिजनस को स्टार्ट कर सकते हैं।
अर्निंग की अगर बात करें कितना कमा सकते हैं एक व्यक्ति से अगर आप ₹200 भी ले रहे हैं और आपने एक दिन में लगभग लगभग 10 सर्टिफिकेट बनाए हैं और आपका जितना भी बिजली खर्च हुआ है, बनाने के लिए पीसी चलाने के लिए वह सारा कुछ निकाल ले। फिर भी आप लगभग हजार से ₹1,500 तक तो आसानी से एक दिन का बचा सकते हैं। इस बिजनेस को स्टार्ट करके 10 पल्यूशन सर्टिफिकेट बनना कोई बहुत बड़ी बात नहीं होती अगर आपका लोकेशन अच्छा है।
FAQ:
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?
प्रदूषण जांच केंद्र खोलने में 50000 से 60000 तक का इन्वेस्टमेंट लगता है।
प्रदूषण जांच केंद्र खोलकर प्रतिदिन कितना कमा सकते हैं?
प्रदूषण जांच केंद्र खोलकर प्रतिदिन आप मुनाफे के तौर पर पंद्रह सौ रूपया आसानी से कमा सकते हैं।
प्रदूषण जांच केंद्र का दुकान किस रंग की होनी चाहिए?
प्रदूषण जांच केंद्र का दुकान पीला रंग का होना चाहिए।
निष्कर्ष:
तो उम्मीद करता हूं कि आपको समझ आ गया होगा कि किस तरीके से आप प्रदूषण जांच सेंटर शुरू कर सकते हैं। दोस्तों जितनी भी गाड़ी रोड पर आप देखते हैं उन सभी का पॉल्यूशन बनवाना बहुत जरूरी होता है और इसी बात से आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि इस बिजनेस का कितना डिमांड रहेगा। तो दोस्तों आप प्रदूषण जांच केंद्र बहुत आसानी के साथ कुछ रुपयों में शुरू करके बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।