सोया मिल्क बिजनेस कैसे शुरू करें?

सोया मिल्क बिजनेस कैसे शुरू करें?: शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने का सबसे अच्छा माध्यम दूध को माना गया है। बच्चे हो या बड़े हर उम्र के लोगों को हड्डियों की मजबूती के लिए दूध पीने की सलाह दी जाती है। ऐसे में उन लोगों के सामने समस्या आ जाती है जो लैक्टोज इंटॉलरेंस के शिकार हैं। मतलब वो लोग जिन्हें दूध या फिर इससे बने उत्पाद डाइजेस्ट नहीं होते। ऐसे लोगों के लिए सोया मिल्क एक बेहतर विकल्प है। सोया मिल्क कंजम्पशन का सबसे बड़ा फायदा है कि इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है क्योंकि फैट कंटेंट कम होने के साथ ही इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

सोया मिल्क में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कील मुंहासों और एजिंग की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं। सोयाबीन से दुग्ध उत्पादन करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह दुधारु पशुओं से प्राप्त होने वाले दूध का एक सफल विकल्प भी है। भारत में सोयाबीन का सबसे ज्यादा उत्पादन महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान में होता है जो मिलकर लगभग 92% सोयाबीन उत्पादित करते हैं। मौजूदा दौर में सोया मिल्क की डिमांड बढ़ी है। इसका बिजनस करके आप सफल उद्यमी बनने के अपने सपने को साकार कर सकते। 

सोया मिल्क बिजनेस में रॉ मटीरियल।

सोया मिल्क बिजनेस शुरू करने के लिए आपको रॉ मटीरियल के तौर पर सोयाबीन फ्लेवर्ड और आरओ वॉटर की जरूरत हो। अगर आप आरओ वॉटर को इनहाउस प्रोसेस कर तैयार करना चाहते हैं, तो आपको वॉटर फिल्ट्रेशन प्लांट की भी जरूरत होगी। पैकेजिंग मटीरियल के तौर पर आपको बॉटल्स और कार्टन की जरूरत होगी। 

सोया मिल्क बिजनेस में प्रोसेस। 

सबसे पहले सोयाबीन को सोयाबीन स्मोकिंग एंड वॉशिंग मशीन में डाला जाता है। जहां इन सोयाबीन को गर्म पानी में भिगोया जाता है ताकि वह अच्छे से सोक हो जाए और साथ ही इन्हें अच्छे से वॉश भी किया जाता है। फिर सोयाबीन को ग्राइंडिंग एंड सेपरेटर मशीन में आरओ वॉटर मिलाकर ग्राइंड किया जाता है। साथ ही यह मशीन सोया मिल्क और ओकरा को अलग भी कर देती है। यह मिल्क एक टैंक में जमा हो जाता है। इसके बाद सोया मिल्क को सोया मिल्क कुकिंग मशीन में ट्रांसफर किया जाता है। अब बॉयलर से कुकर में स्टीम दी जाती है।

एंजाइम एक्टिविटी को रोकने के लिए मिल्क को हंड्रेड डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है। फिर कुकर से दूध को बाहर निकाला जाता है। अब आपका सोया मिल्क तैयार है। अगर आपको फ्लेवर्ड सोया मिल्क बनाना है तो एडेड शुगर फ्लेवर्ड सोया मिल्क को मिक्सचर वेसल में डाला जाता है और अच्छे से मिक्स किया जाता है। फिर दूध को चिलर मशीन में ठंडा किया जाता है। अब तैयार मिल्क फिलिंग एंड कैपिंग मशीन यूज करके पैक किया जाता है। अब आपका प्रॉडक्ट मार्केट के लिए तैयार है। 

सोया मिल्क बिजनेस में एरिया और मैन पावर।

इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको कम से कम दो हज़ार स्क्वायर फीट एरिया की जरूरत होगी। वैसे, एरिया आपके प्रॉजेक्ट के साइज पर भी डिपेंड करता है। इस व्यवसाय को स्मॉल स्केल पर 10 से 12 वर्कर्स के साथ शुरू किया जा सकता है, जिसमें ऑपरेटर, स्किल्ड और अन्य वर्कर शामिल हैं। 

सोया मिल्क बिजनेस में मशीनरी एंड इक्विपमेंट और पावर सप्लाई। 

इस व्यवसाय के लिए आपको सोयाबीन सूटिंग एंड वॉशिंग मशीन, ग्राइंडिंग एंड सेपरेटर मशीन, सोया मिल्क कुकिंग मशीन, बॉयलर सिस्टम, बॉटल फिलिंग एंड कैपिंग मशीन, मिक्सर वेसेल और मिल्क चिलर की जरूरत होगी। जहां तक बात है इस व्यवसाय के लिए पावर रिक्वायरमेंट की तो इस व्यवसाय के लिए आपको 10 किलोवॉट इलेक्ट्रिक लोड की जरूरत होगी। 

सोया मिल्क बिजनेस में इन्वेस्टमेंट एंड प्रॉफिटेबिलिटी। 

अब हम बात करते हैं इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए हमें कितनी इन्वेस्टमेंट की जरुरत होगी और इससे हम कितना लाभ कमा सकते हैं। सोया मिल्क मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस को स्मॉल स्केल पर सेमी ऑटोमैटिक प्लांट के साथ शुरू करने के लिए आपको जिन मशीनों की जरूरत होगी, उसकी कीमत लगभग 7 से 13 लाख की होगी। 500 एल पीएच रेटेड प्रॉडक्शन कैपेसिटी के वहीं आपकी टोटल इन्वेस्टमेंट लगभग 21 से 26 लाख होगी और आप आसानी से इस स्केल के प्लांट से 20 से 25 पर्सेंट का ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन अचीव कर सकते हैं। यह लागत और प्रॉफिट आपके प्रॉजेक्ट के साइज और प्रकार जैसे कि फुली ऑटोमैटिक या सेमी ऑटोमैटिक प्लांट पर भी डिपेंड करती है। 

सोया मिल्क बिजनेस में लाइसेंस

इस बिजनेस में आपको कुछ लाइसेंस भी चाहिए होंगे। साथ ही आप कुछ स्कीम का लाभ भी उठा सकते हैं। जैसे लाइसेंस में आपको एफएसएसएआई, जीएसटी, उद्यम फैक्ट्री लाइसेंस, एनओसी, फायर सेफ्टी एंड पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और ट्रेड वार की जरूरत होगी।

FAQ:

सोया मिल्क बिजनेस में कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?

सोया मिल्क बिजनेस में आपको कुल 20 लाख से 25 लाख तक का इन्वेस्टमेंट लग सकता है।

सोया मिल्क बिजनेस में कितना प्रॉफिट मार्जिन मिलता है?

सोया मिल्क बिजनेस में आपको 20% से 25% तक का ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन मिलता है।

सोया मिल्क बिजनेस शुरू करने के लिए कितनी एरिया की आवश्यकता पड़ती है?

सोया मिल्क बिजनेस शुरू करने के लिए आपको 2000 स्क्वायर फीट एरिया की आवश्यकता पड़ सकती है।

निष्कर्ष:

आज हमने आपको प्रोटीन से भरपूर सोया मिल्क मैन्युफैक्चरिंग व्यवसाय के बारे में सारी जानकारी दी कि आप किस तरह से इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं। यह एक बहुत ही मुनाफा देने वाला बिजनेस आइडिया है जिसे अगर आप करते हैं तो महीने का लाख रुपया तक कमा सकते हैं। आशा करता हूं कि इस लेख से आपको अच्छी जानकारी मिली होगी। इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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